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प्रतिनिधि।
गोंदिया। विशेष बाघ सुरक्षा बल और नवेगांव-नागझिरा टाइगर रिजर्व के अधिकारियों को गोंदिया जिले में जंगली जानवरों के अंगों की तस्करी और बिक्री की गुप्त सूचना मिली थी. इसी के तहत वन अधिकारियों ने 26 फरवरी रविवार को पुलिस के साथ संयुक्त अभियान चलाकर मांगेझरी और पालंदूर में छापेमारी कर विभिन्न वन्य जीवों के अंगों को जब्त किया. इसके साथ ही आरोपियों के पास से 22 कार्टून देशी शराब व नगदी भी बरामद हुई है.
इस मामले में शामलाल विक मडावी (नि. मांगेझरी देवरी), दिवास कोल्हारे (नि. मांगेझरी), माणिक दरसू ताराम (नि. मांगेझरी), अशोक गोटे (नि. मांगेझरी) व रवींद्र लक्ष्मण बोडगेवार (नि.पो. पालांदूर, तह. देवरी, जि. गोंदिया) को गिरफ्तार किया गया है।
टीम ने आरोपियों के पास से बाघ या तेंदुए के 2 दांत, 1 नाखून, भालू के 3 नाखून, जंगली सूअर के 10 सुळे, जंगली सूअर का 1 सींग, सियार का कांटा, खवल्या मांजर का खवले, तार का फांसा, 1 जीवित मोर, मोर पंख के बंडल, जंगली सूअर का 1 सींग, एक जाल, सूखी हड्डियां, खून पपड़ी (छाल), सूखा मांस, 22 पेटी देशी शराब (अनुमानित मूल्य 84,000 रुपये) और नकद रुपये 21,49,440 जब्त किए गए।
सभी पांच आरोपियों के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की निर्धारित धारा के तहत वन अपराध दर्ज किया गया।
गहन जांच से यह भी पता चला कि अभियुक्तों ने एक दुर्लभ काले तेंदुए का शिकार किया था और सबूत जब्त किए गए। इस बीच, पुलिस को संदेह है कि आरोपियों के पास से बरामद नकद रकम शराब की बिक्री से नहीं बल्कि जंगली जानवरों के अंगों की बिक्री से प्राप्त हुई होगी. स्थानीय अपराध शाखा के पुलिस निरीक्षक दिनेश लबदे ने बताया कि इसमें कुछ और आरोपियों के शामिल होने की आशंका है.